नई सुबह

नई सुबह नया सवेरा,
लेकर आया नया पैगाम हैं l

संघर्ष हे जीवन अपना,
छाता यहाँ अंधःकार हैं l

टल जायेगा हर एक पल,
कारण,हर रात के बाद सवेरा हैं l

क्या है सुख और दुःख ?
धूप और परछाई का खेल है बस l

धीरज से बस तु काम ले,
खुद को थोडा बहुत आराम भी दे l

पल ऐसा भी जीवन में आयेगा,
छोड साथ परछाई भी जायेगी l

यही नियम हैं प्रकृतिका,
तब तुम्हे अपने कदम से कदम मिलाना हैं l

यही संदेस लेकर नया सवेरा आया हैं,
हर हार को जीत से तुम्हे मिलाना हैं l

प्राची दुधाने 
वारसा सोशल फाऊंडेशन

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